National
US Company Supplies First Engine: अमेरिकी कंपनी ने भारतीय तेजस लड़ाकू विमानों के लिए पहला इंजन सप्लाई किया
भारत के स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस एमके-1ए को बूस्ट देने के लिए अमेरिकी कंपनी जीई एयरोस्पेस ने पहला F404 इंजन सप्लाई कर दिया है। यह इंजन HAL (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) को दिया गया है, जो तेजस विमानों के निर्माण के लिए जिम्मेदार है।

क्या है पूरा मामला?
US Company Supplies First Engine
- 2021 में, भारत सरकार ने 83 तेजस एमके-1ए विमान खरीदने के लिए 48,000 करोड़ रुपये का ऑर्डर दिया था।
- ये विमान मार्च 2023 तक डिलीवर होने थे, लेकिन इंजन की सप्लाई में देरी के कारण अभी तक एक भी विमान भारतीय वायुसेना को नहीं मिला है।
- अब जीई एयरोस्पेस ने 99 इंजनों में से पहला इंजन HAL को सौंप दिया है। अगले महीने यह इंजन भारत पहुंच जाएगा।
क्यों खास है यह इंजन?
- F404-IN20 इंजन विशेष रूप से तेजस के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- इसमें हाई थ्रस्ट, एडवांस्ड टरबाइन ब्लेड और बेहतर ईंधन दक्षता है।
- यह इंजन दुनिया भर के कई लड़ाकू विमानों में इस्तेमाल होता है और इसे सबसे विश्वसनीय माना जाता है।
क्या कहा जीई एयरोस्पेस ने?
कंपनी ने कहा – “यह हमारे और HAL के बीच 40 साल के साझेदारी का एक नया अध्याय है। हम भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
अब क्या होगा?
- अब HAL इन इंजनों को तेजस विमानों में लगाकर जल्द से जल्द भारतीय वायुसेना को डिलीवर करेगा।
- इस डील से भारत की स्वदेशी रक्षा उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा।
निष्कर्ष: यह सौदा न सिर्फ भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ाएगा, बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ को भी गति देगा। अब देखना है कि HAL कितनी जल्दी इन विमानों को डिलीवर कर पाता है।