Subhadra Kumari Chauhan: कवियित्री एवं स्वतंत्रता सेनानी सुभद्रा कुमारी चौहान के 117वें जन्मदिवस पर गूगल ने बनाया उनका डुडल
Subhadra Kumari Chauhan : सुभद्रा कुमारी चौहान जो की एक महान कवियित्री एवं स्वतंत्रता सेनानी थी उनके 117वें जन्मदिवस पर उनके सम्मान में आज 16 अगस्त को गूगल ने उनका विशेष डूडल बनाया है। गूगल ने पहली महिला सत्याग्रही सुभद्रा कुमारी चौहान (Subhadra Kumari Chauhan) को आज का खास डूडल समर्पित किया है। आप भी इन कवियित्री को जरूर जानते होंगे क्योंकि आपने कभी ना कभी कहीं ना कहीं इनके कविता “खूब लड़ी मस्तानी वो तो झांसी वाली रानी थी” या तो पढ़ा होगा या फिर सुना होगा।
सुभद्रा कुमारी चौहान अपनी कविता “झांसी की रानी” के कारण काफी प्रसिद्धि कमाई थी। साथ ही साथ इन्होंने स्वाधीनता संग्राम में कई बार जेल जाने के बाद अपनी अनुभूति को कथा के माध्यम से लोगो के बीच भी रखी थी। इनके द्वारा कई कहानियां लिखी गई है जिसमें कुछ के नाम है-बिखरे मोती, उन्मादिनी, सीधे-साधे चित्र एवं कई सारी कविताए भी लिखी है जिनमें से कुछ का नाम है- मुकुल, त्रिधारा, मुकुल, झाँसी की रानी, कदम्ब का पेड़, सभा का खेल इत्यादि।
सुभद्रा कुमारी चौहान का परिचय
(Subhadra Kumari Chauhan) सुभद्रा कुमारी चौहान का जन्म नागपंचमी के दिन 16 अगस्त 1904 ईस्वी में इलाहाबाद के निकट निहालपुर नामक गांव में रामनाथसिंह के जमींदार परिवार में हुआ था। बाल्यकाल से ही वे कविताएँ रचने लगी थीं। उनकी रचनाएँ राष्ट्रीयता की भावना से परिपूर्ण हैं। सुभद्रा कुमारी चौहान के कुल चार बहने और दो भाई थे। उनके पिता ठाकुर रामनाथ सिंह शिक्षा के प्रेमी थे और उन्हीं की देख-रेख में उनकी प्रारम्भिक शिक्षा भी हुई। 1919 ईस्वी में खंडवा के ठाकुर लक्ष्मण सिंह के साथ विवाह के बाद वे जबलपुर आ गई थीं। उसके बाद 1921 ईस्वी में गांधी जी के असहयोग आंदोलन में भाग लेने वाली वह प्रथम महिला भी बन गई थीं।
सुभद्रा कुमारी चौहान को उनके रचना के लिए कई सारी सम्मान भी दिया जा चुका है। जिसमें से 1931 ईस्वी में सेकसरिया पारितोषिक सम्मान उनके ‘मुकुल’ कविता-संग्रह के लिए दिया गया था, सन 1932 ईस्वी में सेकसरिया पारितोषिक सम्मान ‘बिखरे मोती’ (कहानी-संग्रह) के लिए दूसरी बार दिया गया था, भारतीय डाकतार विभाग ने 6 August 1976 को सुभद्रा कुमारी चौहान के सम्मान में 25 पैसे का एक डाक-टिकट जारी किया था एवं भारतीय तटरक्षक सेना ने 28 April 2006 को सुभद्रा कुमारी चौहान की राष्ट्रप्रेम की भावना को सम्मानित करने के लिए नए नियुक्त एक तटरक्षक जहाज़ को भी सुभद्रा कुमारी चौहान का नाम दिया गया है।