ISRO: जाने कितना मिलता है इसरो के वैज्ञानिकों को वेतन? आईएएस/आईपीएस से भी ज्यादा होती है इन पदों के अधिकारियों की सैलरी
ISRO: भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने हाल ही में चांद की सतह पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग कराकर इतिहास रच दिया है, 23 अगस्त को शाम 6 बजकर 4 मिनट पर इसरो के वैज्ञानिकों ने दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 को उतारा और देश के साथ-साथ पूरी दुनिया में अपनी साख ऊंची कर ली है।
सबसे खास बात यह है कि चंद्रयान 3 चांद की ऐसी सतह पर उतरा है जहां पर आज तक कोई नहीं पहुंच पाया।चंद्रयान-3 की सफलता के बाद हर कोई इसरो के वैज्ञानिकों के बारे में जानकारी खोज रहा है, वही बहुत लोग इसके साइंटिस्टों की सैलरी भी जानना चाहते हैं।
हालांकि इसरो में तमाम तरह के पद होते हैं, जिन पर कम कर रहे इंजीनियरों की सैलरी अलग-अलग होती है। यहां हम आपको इसरो के उन वैज्ञानिकों के बारे में बताएंगे जिनकी एक आईएएस या आईपीएस अधिकारी से भी ज्यादा सैलरी होती है।
कितनी होती है इसरो के वैज्ञानिकों की सैलरी
भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में नौकरी कई स्तर पर लोगों को मिलती है और हर एक पद के लिए अलग-अलग अलग-अलग वेतन तय किया जाता है। जैसे इसरो में अगर कोई व्यक्ति बतौर इंजीनियर भर्ती होता है तो उसे शुरुआती सैलरी 37,400 से 67 हजार रुपये तक हो सकती है, जबकि अगर कोई इसरो में सीनियर साइंटिस्ट के तौर पर ज्वॉइन होता हैं तो उसकी शुरुआती सैलरी 75 हजार से 80 हजार रुपये के बीच होती है।
इसके अलावा इसमें कुछ ऐसे पद भी होते हैं जो हर महीने लाखों रुपए से भी ज्यादा की सैलरी लेते हैं जैसे, डिस्टिंग्विश्ड साइंटिस्ट को 2.05 लाख रुपये हर महीने तक मिलती है तो वही आउटस्टैंडिंग साइंटिस्ट हर महीने 1.82 लाख से भी ज्यादा कमाता है। और पढ़ें