Health Tips: कभी ना करें छींक को रोकने की गलती, हो सकता है जान जाने का खतरा
Health Tips: छींक आना एक आम बात है, छोटे हो या बड़े हर किसी को छींक आती है, इस दौरान कुछ लोगों को अपनी छींक से ऐतराज नहीं होता, तो वहीं कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हे लोगों के सामने छींकने में भी शर्म आती है, वो आती हुई छींक को रोकने की कोशिश करते हैं बिना ये सोचे कि छींक रोकने की ये कोशिश उनके लिए जानलेवा साबित हो सकती हैं।
बहुत लोगों को यह सुनकर आश्चर्य हुआ होगा और उन्होंने सोचा होगा कि छींक रोकने से भला कैसे जान पर बात आ सकती है, तो उनकी जानकारी के लिए बता दें कि यही है, छींक रोकने से कभी-कभी ऐसे हालात भी बन सकते हैं जो आपकी जान पर भारी साबित हो सकते हैं।
छींक रोकना क्यों है खतरनाक
दरअसल जब छींक आती है तो हमारी नाक के जरिए तेज हवा बाहर निकलती है, लेकिन जब हम उसे रोकने की कोशिश करते हैं तो हवा का दबाव बाहर जाने की जगह अंदर ही मुड़ जाता है, जिसका असर नाक, कान, गले या आँख पर भी पड़ सकता है।
दरअसल छींक के रास्ते बाहर निकलने वाली हवा का प्रेशर इतनी ज्यादा तेज होता है कि अगर ये कान के जरिए बाहर निकलती है तो कान के पर्दे फट सकते है और यदि सारा प्रेशर गले में अंदर चला गया तो गले के मुलायम टिश्यूज भी फट सकते है, जिससे गले में सूजन और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
इतना ही नहीं बल्कि कई बार तेज रफ्तार से आती हुई छींक को रोकने पर गले में तकलीफ इतनी बढ़ सकती है कि जान जाने का भी खतरा हो सकता है, इसलिए कभी भी आती हुई छींक को रोकने की गलती नहीं करनी चाहिए। read more