BABA KA DHABA: सोशल मीडिया की ताकत, एक दिन में बदल गई 80 वर्षीय वृद्ध बाबा की किस्मत
BABA KA DHABA: वर्तमान समय में सोशल मीडिया की क्या ताकत होती है इसका जीता जागता नमूना आपको देखने को मिल जाएगा। दिल्ली के मालवीय नगर में “BABA KA DHABA” के नाम से एक बुजुर्ग दम्पत्ति अपना पेट पालने के लिए ढाबा चला रहे थे। इसी बीच बाबा के यहाँ एक ब्लॉगर आया और बाबा की दर्द भरी कहानी सुनी की वो कैसे सुबह के साढ़े 6 बजे उठ कर सुबह के 9 बजे तक खाना तैयार करते है और फिर उसे बेचने के लिए रात के 9 बजे तक इंतेजार करते है।
जब ब्लॉगर ने बुजुर्ग से पूछा की बाबा आप कितने कमा लेते है रोज के तो बुजुर्ग दंपति ने रोते हुए अपना गल्ला खोलकर दिखाते हुए बोला की सुबह से रात तक खाना बना कर बेचने पर मुश्किल से 50 रुपये हो पाते है। उसके बाद ब्लॉगर ने बुजुर्ग का दर्द को समझ कर एक विडिओ बना कर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। पोस्ट करने के बाद देखते ही देखते पूरे भारत में वो विडिओ वाइरल हो गया।
नेता से लेकर अभिनेताओ एवं अभिनेत्रियों ने भी विडिओ को अपने तरीके से पोस्ट कर लोगों से अपील किया की इस बाबा के ढाबा के पास से गुजरे तो उनके यहा से जरूर खाना खाए। फिर क्या था अगले ही दिन बाबा का ढाबा के चारों तरफ भीड़ इकट्ठा हो गया। दिन भर में उस छोटी सी दुकान पर हजारों लोगों आकर खाना खाने के लिए इंतेजार किया लेकिन घंटे भर में ही बाबा का ढाबा का सारा खाना खत्म हो गया।
कई बड़े बड़े TV रिपोर्टर ने आकर बाबा का लाइव टेलिकास्ट भी किया। महज एक दिन में ही बाबा की किस्मत बदल गई। जब उनसे इतना ग्राहक आने पर खुसी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया की मैं तो आज बहुत खुस हूँ पर मेरे जैसे लाखों लोग दो वक्त की खाना के लिए तरस जाते है। लोगों से अपील है की वैसे सभी लोगों से समान खरीद कर खाए। ताकि वह भी दो वक्त की रोटी खुसी खुसी कहा सके।