मौसम अलर्ट: बिहार के इन जिलों के लिए जारी की गई भारी बारिश का अलर्ट, अगले दो दिनों तक होगी भारी बारिश एवं वज्रपात
मौसम अलर्ट: बिहार में मानसून के आने के साथ ही 8 जून से अभी तक बारिश का सिलसिला जारी है लगातार बारिश होने के कारण बिहार के कई जिलों में लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है। बिहार से होकर बहने वाली लगभग सभी नदियों का जलस्तर में काफी तेजी से वृद्धि हो रही है एवं बाढ़ जैसी हालत उत्पन्न हो चुका है। गांव एवं शहरों के सड़कों पर तालाब जैसी स्थिति देखने को मिल रही है जिसके कारण लोगों को आने जाने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पर रहा है।
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए बताया है की 1 जुलाई से 2 जुलाई तक नेपाल से सटे जिलों में भारी बारिश एवं वर्जपात होने की संभवना है। मौसम विभाग की माने तो नेपाल से सटे बिहार के जिलों में पश्चिमी चंपारण, सिवान, सारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा व पूर्णिया में 1 जुलाई से 2 जुलाई तक भारी बारिश एवं वज्रपात होने की अलर्ट जारी किया गया है।
वैसे तो बिहार के अन्य जिलों में भी बादल लगे रहेंगे एवं हल्की बारिश हो सकती है लेकिन नेपाल से सटे जिलों में भारी बारिश के साथ वज्रपात की संभावना जताई गई है। सीतामढ़ी, मधुबनी, मुज़्ज़फ़रपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, पटना, गया, नालन्दा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर व खगड़िया में मध्यम बारिश के साथ वज्रपात की संभावना व्यक्त की गई है।
साथ ही बक्सर, भोजपुर, रोहताश, भबुआ, औरंगाबाद, जहानाबाद व अरवल में हल्की बारिश के साथ वज्रपात की संभावना व्यक्त की गई है। मौसम बिगड़ने में इन कारणों का होना माना जा रहा है जैसे बिहार में लगातार बादल छाए हुए है, सतह से 3 किलोमीटर ऊपर तक पश्चिम हवा का प्रभाव है, गंगा के मैदानी भागों एवं मध्य भागों से शुष्क पछुआ हवा का प्रभाव, मानसून रेखा अपने तय स्थानों से उत्तर की तरफ बढ़ रही है, अद्र पूर्वी हवा का प्रभाव मैदानी क्षेत्रों में लगातार बढ़ रही है एवं उत्तरी बिहार में नमी युक्त हवाओ के जोड़ पकड़ने की संभवना बताई जा रही है।