पुलिस द्वारा महिला को पीटने पर उजियारपुर थाना और कोरबद्धा के ग्रामीणों के बीच हुई भिरंत
उजियारपुर थाना के द्वारा गावपुर पंचायत के कोरबद्धा गांव में एक परिवार के महिला और लड़की को पुलिस द्वारा रिश्वत लेकर पिटाई करने के बाद ग्रामीणों ने उजियारपुर थाना को घेरकर मचाया बवाल।
5 जून शुक्रवार की शाम को जब पुलिस ने महिला को बुरी तरह से पीटा तो गांव वालों ने थाना पर जाकर इसका विरोध किया और पत्थरबाजी किया। जबावी कारवाई करते हुए उजियारपुर थाना के तरफ से भी लाठी चार्ज किया गया। ग्रामीणों द्वारा की गई पत्थरबाजी में उजियारपुर थाना के अवर निरीक्षक रवींद्र तिवारी घायल हो गए।
ग्रामीणों का कहना है की उजियारपुर थाना के सिपाही ने रिश्वत लेकर महिला की पिटाई की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांवपुर पंचायत के कोरबद्धा गाव के निवासी सुनील दास का पुत्र अर्जुन दास, संजय दास की पत्नी काजल देवी को लेकर पिछले 10 दिनों से भागा हुआ था। जिसकी सूचना संजय दास ने उजियारपुर थाना में दे चुके थे। गुरुवार 4 जून को अर्जुन दास का चाचा नरेश दास गायब महिला काजल देवी को खोज कर अपने घर पर ले आया। उसके पति संजय दास उस महिला (पत्नी) को अपने घर में रखने के लिए तैयार नहीं था।
संजय दास के परिवार वालों का कहना है की जो महिला 10 दिन किसी गैर मर्द के साथ रहकर आया है उसे हम अपने घर में नहीं रखेंगे। इस मामला को सुलझाने को लेकर 4 जून से विचार किया जा रहा था लेकिन स्थानीय लोग इस मामला को सुलझाने में नाकाम रहे। काजल देवी के ससुर का कहना है की काजल देवी को लेकर भागने वाले लड़के का चाचा नरेश दास ने उजियारपुर पुलिस को रिश्वत देकर जबरदस्ती घर से भागी हुई काजल देवी को घर में रखवाना चाह रहे थे।
जब हमलोगों ने इसका विरोध किया तो उजियारपुर थाना की पुलिस ने उन्हे, उनकी दो बेटी तथा उनकी पत्नी को बुरी तरह से पीटा है। जिसके वजह से उनकी एक बेटी की स्थिति काफी खराब हो गई है। उजियारपुर प्राथमिक अस्पताल के डॉक्टर ने बताया है की प्राथमिक उपचार करने के बाद स्थिति को देखते हुए घायल लोगों को सादर अस्पताल समस्तीपुर भेज दिया गया है।
उजियारपुर के थनाध्यक्ष शंभुनाथ सिंह ने बताया है की गुस्साए ग्रामीणों के द्वारा पुलिस पदाधिकारी पर लगाया जा रहा आरोप की जांच कराई जाएगी। यदि जांच में ग्रामीणों के द्वारा लगाया गया आरोप सच साबित होता है तो संबंधित पुलिस कर्मियों पर उचित कार्यवाही किया जाएगा।