उजियारपुर में नाबालिग लड़की श्वेता के साथ गैंगरेप और हत्या के खिलाफ लोगों में बढ़ रहा आक्रोश, भाकपा माले एवं स्थानीय युवाओ ने जमकर किया नारेबाजी
समस्तीपुर जिलें के उजियारपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सातनपुर पंचायत के वार्ड संख्या- 07 में शनिवार 24 सितंबर को एक किशोरी का शव उसके घर में फंदे से लटकता मिला जिसके बाद से क्षेत्र में यह खबर आग की तरह फैलती चली गई। जिसके बाद सोमवार को इस घटना को लेकर स्थानीय राजनीतिक दल भाकपा माले और स्थानीय युवाओ ने इस घटना के खिलाफ उच्चस्तरीय जांच और उसके हत्यारे को फांसी दिलवाने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी किया।
घटना के बारे में प्राप्त जानकारी अनुसार बताया जा रहा है की शुक्रवार को नाबालिग लड़की स्वेता कुमारी/पिता-विनोद दास की मां अपने माइके चली गई थी। घर पर नाबालिग लड़की की माँ के ना होने से घर में अकेले सोई हुई थी एवं उसके परिवार के अन्य सदस्य घर के दूसरे कमरे में सोये हुए थे। अगले दिन शनिवार की सुबह जब लड़की अपने कमरे से देर सुबह तक बाहर नहीं निकली, तो परिवार वाले लोग कमरे में जाकर देखा तो लड़की का शव लटकता हुआ मिला। जिसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई।
बाद में उजियारपुर थाना को सूचित किया गया जिसके बाद सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अनिल कुमार अपने पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुँच कर कागजी कार्यवाई करने के बाद लड़की के शव को पोस्टमार्टम के लिए समस्तीपुर भेज दिया। वही घटना को लेकर थानाध्यक्ष ने बताया लड़की के परिवार वालों के द्वारा आवेदन देने के बाद उचित कार्यवाई की जाएगी।
भाजपा नेता और अन्य को बचाने में जुटी पुलिस
वहीं इस घटना को लेकर स्थानीय भाकपा माले नेता महावीर पोद्दार उजियारपुर थानाध्यक्ष पर तंज कसते हुए बताया है की नाबालिग लड़की श्वेता के साथ हुई गैंगरेप और हत्या की घटना को उजियारपुर थानाध्यक्ष छुपा रहे हैं। वहीं फुलबाबू सिंह ने मांग किया है की श्वेता के साथ गैंगरेप और हत्या की घटना की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। साथ ही महावीर पोद्दार ने बताया है कि गैंगरेप और हत्या मामले में अभियुक्त भाजपा नेता और अन्य को बचाने में लगे हैं उजियारपुर पुलिस एवं वरीय पुलिस अधिकारी।
उक्त बातें भाकपा माले के वरीय नेता महावीर पोद्दार ने सातनपुर चौक पर प्रतिरोध सभा को संबोधित करते हुए बताया है। विगत दिनों से नाबालिग लड़की श्वेता की फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिए जाने की कहानी उजियारपुर पुलिस द्वारा प्रचारित किया जा रहा है। जबकि फांसी के फंदे पर लटकते हुए लड़की के प्राइवेट पार्ट और शरीर पर जख्म के निशान भी पाए गए हैं। साथ हीं, लड़की के शरीर के प्राइवेट पार्ट में पैंट भी नहीं था फिर भी उजियारपुर थानाध्यक्ष ने गैंगरेप और हत्या को छुपाने के लिए पोस्टमार्टम के दौरान बेसरा टेस्ट कराने के लिए सिम्पल भेजना उचित जरूरी नहीं समझा है।
पुलिस मामले को दबाने की कर रही कोशिश
प्रतिरोध सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले जिला स्थायी कमेटी सदस्य फूलबाबू सिंह ने कहा कि स्थानीय थानाध्यक्ष और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गरीब-असहाय परिवार में हुई गैंगरेप और हत्या की जघन्य कांड पर पर्दा डालने एवं अभियुक्तों को बचाने में लगे हैं। हत्या कर फांसी के फंदे से लटकते शव को पुलिस ने कब्जे में लेने के समय साक्ष्य भी समाप्त करने की कोशिश किया है। स्थानीय पुलिस पर भरोसा नहीं किया जा सकता है गरीब की बेटी श्वेता को न्याय मिले इसके लिए जरूरी है कि उच्चस्तरीय जांच हो और आवश्यकता पड़े तो फिर से पोस्टमार्टम कराया जाना चाहिए।
प्रखंड सचिव गंगा प्रसाद पासवान ने अध्यक्षता करते हुए श्वेता को न्याय मिले इसके लिए गांव- गांव में प्रतिरोध सभा करने की घोषणा किया है। मौके पर इनौस प्रखंड अध्यक्ष पप्पू कुमार यादव, छात्र संगठन आइसा के प्रखंड सचिव मो० फरमान, सचिदानंद सिंह, जफर अंसारी, मो० सकूर, रोहित कुमार पासवान, ललित कुमार सहनी,हरेंद्र सहनी, रायबहादुर सहनी, तीलो कुमार तिलक सदा, माले के प्रखंड कमेटी सदस्य रामबली सिंह, तन्नजय प्रकाश, राजकुमार चौरसिया के अलावा मृतक लड़की की मां सहित दर्जनों महिलाओं ने भाग लिया। और पढ़ें।