तिरंगे का अपमान: इन पुलिसवालों से आप क्या उम्मीद कर सकते है? जिन्हे तिरंगे की अहेमीयत ना पता हो
तिरंगे का अपमान: भारत स्वतंत्रत होने की खुशी में 74वां स्वतंत्रता दिवस पूरे देश भर में धूम धाम से मनाया लेकिन स्वतंत्रता दिवस मनाने वाले देश के बहुत सारे ऐसे लोग है जो ये राष्ट्रीय पर्व सिर्फ दिखावे के लिए मनाते है। इस उदाहरण साफ देखा जा सकता है नीचे के तस्वीरों में की किस प्रकार से पुलिस वाले दुनिया को ये दिखने के लिए की उन्होंने स्वतंत्रता दिवस मनाया है रंगोली से बना तिरंगे पर जूते पहन के बैठ कर सेल्फ़ी ले रहे है।
पुलिस वाले ही यदि सेल्फ़ी लेने के लिए तिरंगे का अपमान करना शुरू कर दें तो फिर आम जनता पर इसका क्या फर्क पड़ेगा। आप सोच सकते है की इस तरफ की गलतियाँ आमलोग भी करना शुरू कर देगा। ये घटना 15 अगस्त 2020 की है जब समस्तीपुर जिलें के मुफस्सिल थाना में झंडोत्तोलन के बाद पुलिस वाले ने सेल्फ़ी लेने के लिए तिरंगे पर बैठ कर फोटो खिचवाई है।
ये सेल्फ़ी सोशल मीडिया पर अपलोड होते ही तेजी से वाइरल होना शुरू हो गया। सभी लोग इस फोटो को देख पुलिस वाले को भला बुरा कहा है। इस घटना को लेकर समस्तीपुर के एसपी विकास वर्मन ने मुख्यालय डीएसपी विजय सिंह को इस घटना की जांच करने की जिम्मेदारी सौपी है। अब देखना ये है की क्या वाकई में तिरंगे को अपमान करने वाले पुलिस कर्मियों को इस अपमान की लिए दंडित किया जाता है या नहीं।
एक और बात ध्यान देने की जरूरत है की इन पुलिस वालों ने सोशल डिस्टेंसिंग तो दूर की बात है मास्क तक नहीं लगाये है। वही रास्ते में जा रहे होते कोई गरीब व्यक्ति से पुलिस वाले तुरंत 50 रूपीस का चालान काट कर थमा देते है। इस तरह समस्तीपुर में लगभग प्रतिदिन 30 से 35 हजार रुपये बिना मास्क वालों से दंड के रूप में लिया जा रहा है। लेकिन आप फोटो में देख सकते है की पुलिस वालों के लिए इस प्रकार की कोई भी कानून लागू नही होती है।