जमशेदपुर के जुगसलाई और बागबेड़ा में बनी बाढ़ के हालात, आसमान से बरसी आफत, खरकई नदी बरपा रही कहर
जमशेदपुर में 19 अगस्त से हो रही लगातार बारिश के कारण खरकई नदी एवं स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच चुका है। जिसके कारण निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को प्रशासन के द्वारा सुरक्षित स्थानों पर आश्रय लेने की अपील की गई है। साथ ही जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी किनारे नहीं जाए एवं सुरक्षित स्थान पर रहें।
जमशेदपुर में पिछले 48 घंटे से हो रही लगातार बारिश की वजह से तटीय इलाकों में भारी जलजमाव हो गया हैं। कदमा के तटीय इलाके में नाले का पानी घरों में घुस गया है। लोग घर छोड़ने को मजबूर हो गये हैं। सूचना के बाद उपायुक्त विजय जाधव बाढ़ ग्रसित इलाके में कर प्रभावित लोगों को नजदीकी सामुदायिक भवन में शिफ्ट करवा रहे है। साथ ही लोगों के खाने पीने की व्यवस्था की जा रही है। उधर, जुगसलाई एवं बागबेड़ा क्षेत्र के भी सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है।
लोग अपने घरों को खाली कर सुरक्षित स्थानों की तरह जा रहे हैं। ओडिशा के व्यांगविल डैम का फाटक खोले जाने की वजह से नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। नदी से सटे नालों की वजह से बाढ़ का पानी निचले इलाकों में घुसता जा रहा है। अब तक जुगसलाई और बागबेड़ा क्षेत्र के निचले इलाकों में सैकड़ों घरों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। स्थिति और विकराल होती जा रही है। भारी बारिश के कारण लगातार जलस्तर बढ़ता देख स्थानीय जनप्रतिनिधि क्षेत्र के लोगों को अपने घरों को खाली कर सुरक्षित स्थानों पर जाने का आग्रह कर रहे हैं।
बागबेड़ा नया बस्ती और जुगसलाई के तटीय इलाकों में लगातार बारिश का पानी बढ़ता जा रहा है। बागबेड़ा क्षेत्र के पूर्व जिला परिषद सदस्य किशोर यादव के द्वारा बताया गया है कि लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। उन्होंने बताया कि स्थानीय युवकों की सहयोग से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने बताया कि डैम का फाटक खोले जाने की वजह से नदियों की स्थिति विकराल होती जा रही है।