समस्तीपुर: 03 डाॅक्टर समेत 86 लोग होम आइसोलेशन में, नहीं मिल पा रहा डाक्टरों की सहायता, रात में इमर्जेंसी नंबर भी अनरीचेबल
समस्तीपुर जिले में 03 डाक्टर सहित 86 कोरोना पाजिटिव लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। जहां उन्हें डाॅक्टरी सुविधा नहीं मिल पा रही है जिसके कारण कोरोना पाजिटिव लोग भगवान के भरोसे अपनी जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं।
सबसे ज्यादा 44 कोरोना पाज़िटिव समस्तीपुर एवं इसके आसपास के है जिसे अपने अपने घर में ही होम क्वारंटाईन किया गया है और वे कोरोना जैसी महामारी से भगवान भरोसे अपनी जिंदगी से लड़ रहे हैं।
इसके अलावा कल्याणपुर के 09 लोगों को, ताजपुर के 07 लोगों को, वारिसनगर के 06 लोगों को, रोसड़ा के 04 लोगों को, सरायरंजन के 03 लोगों को, खानपुर के 03 लोगों को, मोरवा, दलसिंहसराय और उजियारपुर के एक-एक लोग को होम आइसोलेशन में रखा गया है।
कोरोना मरीजों के परिजनों का कहना है कि मरीजों का रिपोर्ट पोजिटिव आने के बाद स्थानीय स्वाथ्य अधिकारियों द्वारा इन लोगों को होम आइसोलेशन में रहने के लिए निर्देश दिया गया है। अधिकारियों द्वारा दिया गया फोन नंबर रात को जब कोई समस्या होती है तो फोन करने पर फोन नहीं लगता है जिससे मरीजों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थिति गंभीर होने पर एक को किया गया दरभंगा रेफर
प्रभारी सिविल सर्जन डॉ सतीश कुमार सिन्हा ने बताया कि रात को भी जब कोरोना मरीजों का फोन आता है तो उन्हें मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती है। मंगलवार को एक महिला मरीज को स्थिति गंभीर होने पर उन्हें दरभंगा रेफर किया गया है। उन्होंने बताया कि डाक्टर भी इंसान ही है उन्हें भी नींद आती हैं।
कोरोनावायरस जैसी महामारी से निपटने के लिए डाक्टर लगातार काम कर रहे हैं। काम करते करते अस्पताल के कई डाक्टर भी संक्रमित हो चुके हैं।