समस्तीपुर: जहरीले शराब पीने से चार लोगों की मौत के बावजूद थानाध्यक्ष पर कारवाई क्यों नहीं- फूलबाबू सिंह
समस्तीपुर जिलें के शिवाजीनगर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बल्लीपुर पंचायत के वार्ड संख्या- 11 लहेरीटोल में 5 दिसंबर को शादी-समारोह में जहरीले शराब पीने से अब तक कुल चार लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि सत्तो मंडल का नाजुक स्थिति में इलाज चल रहा है। पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे भाकपा-माले जिला स्थायी कमेटी सदस्य फूलबाबू सिंह, खानपुर प्रखंड सचिव प्रेमानंद सिंह, शिवाजीनगर प्रखंड सचिव हरिकांत झा, माले नेता रामशंकर शक्सेना, मनोज कुमार चौधरी,राम कुमार, सीताराम सहनी, विनोद सहनी,मो० सलीम ने मृतक के परिजनों को दुख की घड़ी में सांत्वना देकर न्याय का भरोसा दिलाया।
माले नेताओं को परिवार के सदस्यों और उपस्थित ग्रामीणों ने बताया कि शादी-समारोह में जहरीले शराब को दर्जनों लोगों ने पीकर अपनी जिंदगी को संकट में डाल लिया है। चार लोगों की मौत के बावजूद भी कुछ लोगों का निजी अस्पताल से इलाज चल रहा है। डीएम-एसपी और आईजी भी मृतक के परिजनों से मुलाकात कर लौट गए फिर भी शराब बेचने वाले कारोबारी और उनको संरक्षण देने वाले हथौरी थानाध्यक्ष के विरुद्ध कोई कारवाई नहीं किया गया है। वहीं थानाध्यक्ष द्वारा बताया जाता हैं कि शराब पीकर मरने वालों ने कौन से तश्कर से शराब खरीदा था उसका नाम बताइए तब मुकदमा दर्ज करेंगे। लेकिन लोगों का मानना है कि हर पंचायत में कौन-कौन से लोग शराब बेचते हैं सब के बारे में हथौरी थाना के पुलिस वालों को जानकारी है।
भाकपा-माले जिला स्थायी कमेटी सदस्य फूलबाबू सिंह ने बताया कि हत्या और अपराध की घटनाओं में शामिल शराब तश्कर पुलिस के संरक्षण में शराब बेचवाने का काम करता है। पुलिस विभाग के आला अधिकारी भी दोषी पुलिसकर्मियों को दंडित करने के बजाए उन्हें बचाने का काम करते हैं। जहरीले शराब पीने से छात्र प्रभात भारती, उम्र-25 वर्ष, राकेश कुमार झा, उम्र- 20 वर्ष, श्यामनाथ कामती, उम्र-28 वर्ष और रघु कामती उम्र-50 वर्ष की मृत्यु हो चुकी है और सत्तो मंडल की नाजुक स्थिति में इलाज चल रहा है।
जब तक पुलिस के संरक्षण में शराब बेचवाने का धंधा चलता रहेगा तब तक शराब बंदी कानून सफल नहीं होंगे। बिहार सरकार के पुलिस और अधिकारी की आय से अधिक अर्जित की गई सम्पत्ति की जांच कराया जाए तो बहुत से अधिकारी जेल में नजर आएंगे। उन्होंने मांग किया कि शिवाजीनगर प्रखंड के हथौरी थानाध्यक्ष को तत्त्काल निलंबित कर कारवाई किया जाना चाहिए। मृतक के परिजनों को दस-दस लाख रूपए का मुआवजा देने की गारंटी सुशासन बाबू नीतीश कुमार को करना चाहिए। बड़े-बड़े शराब तश्करों के खिलाफ कारवाई की गारंटी के लिए जिलास्तरीय विशेष टीम का गठन कर प्रत्येक सप्ताह प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा होनी चाहिए।