लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा में मात्र 02 महीने बचे है, शहर के तमाम छठ घाट बना सरकारी उपेक्षा का शिकार-जिपा0 संजीव कुमार राय
लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा में मात्र 02 महीने बचे हुए है, लेकिन समस्तीपुर शहर के मगरदही एवं खाटू श्याम मंदिर के पास बूढ़ी गंडक नदी के तट पर स्थित छठ घाट एवं बलिराम भगत कॉलेज एवं महदैया पोखर स्थित छठ घाट सरकारी उपेक्षा का शिकार बना है। इससे श्रद्धालुओं में निराशा के साथ आक्रोश भी है l
समाजसेवी सह निo जिला पार्षद संजीव कुमार राय ने कहा है कि इन छठ घाटों की धार्मिक प्रसिद्धि को देखते हुए घाट के चारों तरफ नक्काशी युक्त चारदीवारी, छठ व्रतियों को अर्ध अर्पण के लिए चौड़ी सीढ़ी का निर्माण कराने की जरुरत हैl साथ ही तालाब में स्नान के बाद छठ व्रतियों के कपड़ा बदलने के लिए कमरे भी बनाया जाना चाहिए।
लेकिन सरकारी तंत्र की उपेक्षा के कारण छठ घाट की स्थिति खराब होती जा रही है। छठ की महत्वता एवं इसकी प्रसिद्धि के अनुरूप आज भी समस्तीपुर शहर के मगरदही घाट, चौधरी घाट, नीम गली, प्रसाद घाट, पेठिया गाछी, पीपर घाट, नचारी झा घाट, पुरानी दुर्गा सहित विभिन्न छठ घाट विकसित नहीं हुआ है। यहां मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है।
समस्तीपुर जिला का सबसे प्रमुख घाट होने के कारण इन घाटों के विस्तार के साथ सौन्दर्यीकरण भी किया जाना चाहिएl उन्होंने कहा कि बनारस की तरह यह घाट भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सके, इसका प्रयास किया जाय। घाटों के पास एक दर्जन से अधिक स्वचालित सोलर लाइट लगवाया जायl उन्होंने समस्तीपुर शहर के छठ पूजा समारोह व मेला को सरकारी समारोह का दर्जा देने एवं इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की भी मांग बिहार सरकार से की है।