राजद के जिला प्रवक्ता राकेश कुमार ठाकुर ने सरकार पर शिक्षकों से गैर-शैक्षणिक कार्यों का दबाव बनाने का आरोप लगाया गया हैं
बिहार शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों को शराबियों और शराब की आपूर्ति करने वालों की पहचान कर इसकी जानकारी मद्य निषेध विभाग को देने के आदेश जारी करने के बाद उठे विवाद पर शनिवार को राजद के जिला प्रवक्ता राकेश कुमार ठाकुर ने सरकार पर शिक्षकों से गैर-शैक्षणिक कार्यों का दवाब बनाने का आरोप लगाया गया है। साथ ही कहा है कि सरकार शिक्षकों को समाज का दुश्मन बनाना चाहती है, क्योंकि मुखबिरी करना शिक्षकों का काम नहीं है।
राजद प्रवक्ता का कहना है कि कोरोना काल में शिक्षकों को क्वारंटाइन सेंटर से लेकर दवा बांटने में भी लगा दिया गया है। बोरा बेचने से लेकर खुले में शौच रोकने के काम से जोड़ा गया है। अब शराब की तस्करी और शराबियों की निगरानी में लगाया जा रहा है। सरकार पढ़ाई को लेकर कोई आदेश नहीं जारी करती है। शिक्षा का स्तर दिन प्रतिदिन गिर रहा है। इस पर सरकार कोई प्रयास नहीं कर कर रही है। अगर आदेश को वापस नहीं लिया जाता है तो राजद हर स्तर से इसका विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को शराब पीने और बेचने वाले को चिन्हित करने के साथ इसकी सूचना देने से संबंधित शिक्षा विभाग का आदेश तुगलकी फरमान है। सरकार को अपने इस अविवेकपूर्ण निर्णय को वापस लेना चाहिए l