भारतीय सेना: हम 300- 400 ही थे, चीनी सेना 2000-2500 था, इसीलिए हमलोग घिर गए थे
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गलवान घाटी में हुए भारत-चीन हिंसा में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे तथा मिली जानकारी के अनुसार 76 जवान घायल हो गए थे। यह घटना 15 जून सोमवार की है। घटना होने के 24 घंटा बाद इसकी जानकारी भारतीय मीडिया को दिया गया। इस घटना में कुछ भारतीय सेना को चीन ने बंधक भी बना लिया था। जिसे बाद में उनलोगों के द्वारा छोड़ा गया।
उन्ही घायल जवान में से एक जवान नें अपने घर पर फोन करके 15 जून को हुए हिंसा की पूरी कहानी बताई है की उस रात क्या हुआ था कैसे हिंसा सुरू हुई और फिर कैसे वे लोग वहां से बच के निकले। घायल जवान सुरेन्द्र सिंह ने पूरी घटना की जानकारी अपने पीता को बताया और उनके पिता ने इस जानकारी को मीडिया के साथ साझा किया है।
उनके पिता ने बताया है की जिस रात को भारत चीन के बीच समझौते के लिए हमलोग गए थे उस रात हमलोगों की संख्या 300 से 400 ही थी लेकिन अचानक 2000 से 2500 चीनी सैनिक ने हमलोग को चारों तरफ से घेर लिया। चीनी सेनाओ के पास में रॉड, डंडा और पत्थर था और हमलोग निहत्थे थे। हमलोग के पास में पास में कोई डंडा या रॉड नहीं था।
वे लोग अचानक से हिंसा का रुख ले लिया और इसी बीच हमारे 20 जवान शहीद हो गए। हमलोगों ने कैसे भी करके वहां से बच निकला लेकिन दोनों पक्षों के बीच हुई झड़प में हमलोग भी जखमी हो गए। ये घटना की जानकारी सुरेन्द्र सिंह के पिता बलवंत सिंह ने दिया।
सुरेन्द्र सिंह ने अपने पिता को इसके बारे में 11 बजे के आसपास फोन कर जानकारी तब दी जब वो अस्पताल मे भर्ती था। तक एप के द्वारा किया गया बात चित में उन्होंने ये सारी जानकारी बताया है। ये जानकारी साझा करते हुए विडिओ को Milind Khandekar ने अपने ट्विटर हंडल पर अपलोड कर लोगों के साथ साझा किया।