राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का निधन: भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी जन्म 11 दिसंबर 1935 को हुआ था उनका आज निधन हो गया। पिछले कई दिनों से कोरोना संक्रमित होने के बाद वे दिल्ली के आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती थे। आज सोमवार 31 अगस्त को उनका स्वर्गवास हो गया। इस पर भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत सभी मंत्रीगन उनके निधन पर शोक जताते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए दुआ किए है।
21 दिन पहले प्रणव मुखर्जी का कोरोना जांच किया गया था जिसमें उनका कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाया गया था इसकी जानकारी उन्होंने खुद ट्वीट करके दिया था। 10 अगस्त को उन्हे दिल्ली के आर्मी रिसर्च एण्ड रेफरल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां उनका इलाज चल रहा था इसी क्रम में आज 31 अगस्त को उनका स्वर्गवास हो गया।
प्रणव मुखर्जी का राजनीतिक सफ़र की शुरुआत 1969 ईस्वी में हुई थी जिसके बाद उन्होंने विदेश मंत्री,रक्षा मंत्री, वित्तमंत्री जैसे बड़े पद को संभाले थे उन्होंने। इन्हे 2019 में भारत का सबसे बड़ा सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा गया था।
नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा भारत ने भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने हमारे राष्ट्र के विकास पथ पर एक अमिट छाप छोड़ी है। एक विद्वान सम उत्कृष्टता, एक राजनीतिज्ञ, वह राजनीतिक स्पेक्ट्रम के पार और समाज के सभी वर्गों द्वारा प्रशंसित था।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा बहुत दुख के साथ, देश को हमारे पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन की खबर मिली। मैं उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए देश में शामिल हुआ। शोक संतप्त परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी गहरी संवेदना।