ग्रामीण कार्य विभाग: ग्रामीण सड़कों की देखभाल के लिए बहाल किए जाएंगे 5350 पथ कुली
ग्रामीण कार्य विभाग ने भी रेलवे स्टेशनों के जैसे सड़कों पर कुली उतारने का प्लान किया है। जैसे रेलवे स्टेशनों पर कुली समान उठाने का काम करती है ठीक उसी तरह ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा रखे जाने वाले कुलियों के द्वारा सड़कों की तमाम समस्याओ का जिम्मेदारियाँ उठाई जाएगी। सड़क की देख रेख कार्य करने वाले कुलियों का नाम पथ कुली रखा जाएगा। सड़कों की देखभाल करने की तमाम तरह की जिम्मा इन कुलियों पर रहेगा।
ग्रामीण कार्य विभाग ने अपने अधीन 01 लाख किलोमीटर से अधिक सड़कों की मरम्मत विभागीय स्तर पर कराने का निर्णय लिया है और इसके लिए छोटे-बड़े सभी पदों पर जरूरत के अनुसार कर्मचारी बहाल करने की योजना बनाई जा रही है। जिसके लिए अब विभाग ने पथ कुली रखने का फैसला लिया है। औसतन प्रत्येक दो पंचायत में एक पथ कुली की बहाली की जाएगी और उनके दायरे में आने वाले सड़कों की जिम्मेदरियाँ उन कुली के उपर होगी। बड़े पंचायतों या दुर्गम इलाकों के लिए एक पंचायत में एक पथ कुली ही रखे जाएंगे।
विभाग के अधीन 1070 वर्क्स सेक्शन हैं एवं हर सेक्शन में 05-05 पथ कुली रखने की योजना बनाई जा रही है। इस अनुसार राज्य में कुल 5350 पथ कुली रखने की योजना बनाई जा रही है। पथ कुलियों की नियुक्ति आउटसोर्सिंग के द्वारा रखने की योजना है अर्थात ग्रामीण कार्य विभाग एजेंसियों से इसके लिए सम्पर्क करेगा और मानक योग्यता के अनुसार पथ कुली रखे जाएंगे। इसमें विभाग पथ कुलियों की नियुक्ति डायरेक्टली रूप से नहीं बल्कि इनडायरेक्टली रूप से करेगी। इन कुलियों का मानदेय संबंधित एजेंसियों के माध्यम से किया जाएगा।
कुलियों के साथ ही सड़क निर्माण एवं मरम्मत में लगे मजदूरों पर नजर रखने के लिए हर सेक्शन में दो मेट भी बहाल होंगे। 1070 सेक्शन के हिसाब से राज्य में 2140 मेट रखने की योजना बनाई जा रही है। यह भी आउटसोर्सिंग के आधार पर ही रखे जाएंगे। पथ कुली ग्रामीण सड़कों की देखभाल करेंगे। वही अगर सड़कों को किसी भी तरह से नुकसान पहुंचता है जैसे की बरसात के कारण सड़क टूट जाती है, पानी जमा हो जाती है, असामाजिक तत्वों के द्वारा क्षतिग्रस्त किया जाता है या ग्रामीणों के द्वारा सड़क पर अतिक्रमण किया जाता है तो इन सब की जानकारी कुली विभागीय इंजीनियर को देंगे ताकि इसे हटाया जा सकें।
Source: Hindustan