कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट: सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओ के लिए केंद्र सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। अब तीन प्रकार के परीक्षाओ के लिए युवाओ को अलग अलग परीक्षा देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। क्योंकि केंद्र सरकार ने एक नई एजेंसी नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी की शुरुआत की है जो तीन प्रकार के परीक्षाओ के लिए सिर्फ एक ही इग्ज़ाम लेगी जिसका नाम है कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट( सामान्य पात्रता परीक्षा)।
केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावेदकर ने बताया है की वर्तमान समय में SSC,Railway,Banking के लिए युवाओ को अलग-अलग परीक्षा देना परता है लेकिन अब ये तीनों परीक्षा के लिए एक ही सामान्य परीक्षा लिया जाएगा। इस सामान्य परीक्षा में प्राप्त मेरिट लिस्ट अगले 3 साल तक के लिए मान्य होगा। अर्थात यदि आप एक बार सामान्य परीक्षा पास कर लेते है तो अगले तीन साल तक अलग अलग सरकारी नौकरी के लिए अपने इच्छानुसार उस नौकरी के लिए आवेदन कर सकते है।
3 वर्षों के लिए वैध होगा स्कोर
उम्मीदवारों द्वारा कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट में प्राप्त स्कोर परीक्षा का परिणाम घोषित होने से अगले तीन वर्षों तक के लिए मान्य होंगे। इसमें चयन करने का आधार सबसे अधिक स्कोर वाले उम्मीदवारों को पहले लिया जाएगा उसके बाद उसी क्रमानुसार रिक्तियां के आधार पर ऊपर नीचे की तरफ बढ़ते हुए उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए अवसरों की कोई भी सीमा नहीं रहेगी उम्मीदवार चाहे जितनी बार उतनी बार परीक्षा दे सकते है।
केन्द्रीय सचिव सी चंद्रमौलि ने बताया है की ऐसे प्रतियोगिता परीक्षा करवाने वाले कुल 20 एजेंसीया है लेकिन फिलहाल में हम केवल 03 एजेंसीयो के लिए सामान्य पात्रता परीक्षा लागू करने जा रहे है। भविष्य में जरूरत पड़ने पर सभी भर्ती करवाने वाली एजेंसीयो के लिए सामान्य पात्रता परीक्षा लागू करेंगे।
SSC,Railway,Banking के प्रतियोगिता परीक्षा में औसतन 2.5 से 3 करोड़ उम्मीदवार भाग लेते है जो की अन्य भर्ती करवाने वाली एजेंसी की अपेक्षा सबसे अधिक है। इसीलिए इन 03 एजेंसीयो के लिए सिर्फ एक ही परीक्षा ली जाएगी।