कालीचरण दास संत द्वारा महात्मा गांधी के उपर अपमानजनक टिप्पणी करने के विरोध में भाकपा ने निकाला प्रीतरोध मार्च
छत्तीसगढ़ के धर्म संसद में कालीचरण दास संत द्वारा महात्मा गांधी के उपर अपमानजनक टिप्पणी करने के विरोध में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला परिषद समस्तीपुर के जिला सचिव सुरेंद्र कुमार सिंह मुन्ना के नेतृत्व में भाकपा जिला कार्यालय से प्रतिरोध मार्च निकाला गया। प्रतिरोध मार्च में पार्टी नेतृत्व के साथी हाथों में झंडा और तख्ती लेकर शहर के स्टेशन चौक पर गांधी स्मारक पर एक सभा की, जिसकी अध्यक्षता शत्रुघ्न प्रसाद पणजी के द्वारा की गई।
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा जिला सचिव सुरेंद्र कुमार सिंह मुन्ना ने इस घटना को संत का चोला पहन गांधी के हत्यारे गोडसे के विचार धारा को फैलाने का साजिश बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि आजाद हिंदुस्तान के भारतीय संविधान की मूल भावना के ऊपर यह कातिलाना हमला है। ऐसी घटना लगातार हो रही है और कुछ दिन पहले भी हरिद्वार में भी इन ढोंगी संतों ने हिंदुत्व के अनुयायी युवकों को अल्पसंख्यक धर्म आवली के ऊपर हथियार से हमला के लिए उकसाया था।
इन घटनाओं से देश के धर्मनिरपेक्ष संविधान की अवमानना हो रही है और इस पर भाजपा, RSS कि मोदी सरकार चुप है। भाकपा देश की धर्मनिरपेक्ष आवाम से इसके प्रतिकार की अपील करती है। आयोजित सभा को सुधीर कुमार देव, शंकर प्रसाद साह,अनिल प्रसाद, रामचंद्र राय, राम उदगार चौधरी, राजेंद्र राय, देवेंद्र सिंह एवं अन्य कई लोगों ने संबोधित करते हुए आक्रोश व्यक्त किया। साथ ही किसान सभा के 6 जनवरी के प्रस्तावित प्रदर्शन के माध्यम से जिला प्रशासन को भी इसका संज्ञान लेने की अपील किया।