उजियारपुर: “रोड नहीं तो वोट नहीं” निकसपुर से बाबू पोखर तक का सड़क भगवान भरोसे!
उजियारपुर: “रोड नहीं तो वोट नहीं” निकसपुर से बाबू पोखर तक का सड़क भगवान भरोसे। उजियारपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले निकसपुर पंचायत में निकसपुर विद्यालय से लेकर बाबू पोखर चौक तक सड़क के स्थिति ऐसी है कि लोग को पैदल चलने में भी भय महसूस होता है। बरसात के मौसम में ये सड़क किसी किचड़ भरे खेत से कम भी नहीं होता है। ऐसी स्थिति में लोगों को बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 की तिथियों की घोषणा होते ही लोगों ने अपनी मांगों को लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को अपनी समस्याओं से रूबरू कराने की कोशिश कर रहे हैं। पर देखना ये है कि क्या वाकई में किसी जनप्रतिनिधि को इस समस्या का एहसास होता है कि नहीं। लोगों ने कई बार नेताओं के सामने अपनी समस्याओं को बता चुका है बावजूद इसके किसी ने भी अभी तक इसपर ध्यान नहीं दिया है।
उजियारपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत निकसपुर विद्यालय से लेकर बाबू पोखर चौक तक जो सड़क है उसे 1980 में बनाया गया था। जिसके बाद आज तक किसी ने उसे मरम्मत कार्य नहीं करवाया है। ना ही कोई देखने आया है इस कारण ग्रामीणों में काफी आक्रोश है कि इस बार वोट का बहिष्कार करेंगे। यदि हमारे द्वारा चयनित प्रतिनिधि हमारी समस्याओं को नहीं सुलझा पाते हैं तो फिर वोट देने से क्या फायदा। इस बार लोगों ने ठान लिया है कि “रोड नहीं तो वोट नहीं”।
उजियारपुर में सांसद भारतीय जनता पार्टी का है एवं विधायक राष्ट्रीय जनता दल का इसके बावजूद किसी ने इसपर ध्यान नहीं दिया है। सुत्रो से मिली जानकारी के अनुसार दोनों दल को लगता है कि वहां का जनता हमें वोट नहीं देती है तो उन लोगों की समस्याओं को क्यों समझें। इसी कारण ना तो विधायक ध्यान देते है और ना ही सांसद।