उजियारपुर: दुष्कर्म के बाद गला दबा कर हत्या कि जताई जा रही आशंका, 2 फरवरी से लापता थी बच्ची लेकिन प्राथमिकी दर्ज हुआ 7 फरवरी को
उजियारपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत सातनपुर के निकट बहिरा चौर में मंगलवार कि सुबह एक लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। लाश मिलने कि खबर जैसे ही लोगों को पता चला वैसे ही लोगों को भीड़ इकट्ठा होना शुरू हो गया है। घटना कि सूचना पर पहुची उजियारपुर पुलिस मामले कि छानबीन में जुट गई है।
प्राप्त जानकारी अनुसार लाश कि पहचान उजियारपुर प्रखंड के सातनपुर गांव निवासी ललबाबू चौकीदार कि भतीजी एवं उदगार राय कि पुत्री अंबिका सोनी के रूप में कि गई है। शव देखने से पता चलता है कि उसे कुछ दिन पहले ही मार कर चौर में फेंका गया है। बच्ची कि उम्र 15 वर्ष के आसपास लग रहा है। बच्ची एक लाल रंग कि स्वेटर पहने हुई है।
लाश मिलने के बाद स्थानीय लोगों के द्वारा उजियारपुर पुलिस को सूचना दी गई जिसके बाद उजियारपुर पुलिस घटनास्थल पर पहुच कर बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए समस्तीपुर भेज दिया है एवं मामले कि छानबीन में जुट गई है। फिलहाल घटना का वजह क्या है इसकी जानकारी सामने नहीं आ पाई है।
मृतक के परिजनों के द्वारा बताया गया है कि पुलिस प्रसासन कि लापरवाही के कारण उनकी पुत्री कि जान गई है। लड़की 2 फरवरी से ही लापता थी जिसके बाद परिजनों के द्वारा उजियारपुर थाना में 4 फरवरी को आवेदन देकर तीन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कारवाई गई थी। लेकिन उजियारपुर थाना के द्वारा लापरवाही बरती गई एवं प्राथमिकी 7 फरवरी को दर्ज कि गई।
यदि समय रहते प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस के द्वारा अगर ससमय लड़की कि खोजबीन कि जाती तो शायद उस लड़की कि जान बचाई जा सकती थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और बच्ची को अपनी जान गवानी पड़ी। बच्ची के शव को देखने से पता चलता है जैसे उसके साथ पहले दुष्कर्म कि गई है फिर उसकी गला दवाकर हत्या कर बहिरा चौर में फेंक दिया गया है।