उजियारपुर: कोरोना से मृत्यु पर 4 लाख का मुआवजा, गेंहू धान खरीदारी में फर्जीवाड़े की जांच करो- भाकपा मलें
उजियारपुर प्रखंड के मालती पंचायत में रविवार को भाकपा माले उजियारपुर प्रखंड कमिटी की बैठक की गई जिसमें प्रखंड सचिव महावीर पोद्दार की अध्यक्षता एवं जिला सचिव प्रो उमेश कुमार जी के पर्यवेक्ष में फुलबाबू सिंह के आवास स्थल पर बैठक सम्पन्न की गई। जिसमें कोरोना से मरने वाले के परिवाओ को मुआवजे के रूप में 4 लाख रुपए देने, सहकारिता विभाग में हुए गेहूं-धान खरीदारी में लाखों करोड़ों रुपए की फर्जीबारे की जांच कर कार्यवाई करने एवं विकाश एवं कल्याणकारी योजनाओ में हो रही धांधली सहित जनसमस्याओ को लेकर 24 जुलाई को उजियारपुर प्रखंड पर जोरदार प्रदर्शन करने का फैसला किया गया।
बैठक में कोविड 19 महामारी से उत्पन्न हुए स्थिति की समीक्षा करते हुए निर्णय लिया गया है कि सभी पंचायतों में स्वास्थ्य की स्थिति की सर्वे कर सरकार को रिपोर्ट सौंपना है। सहकारिता विभाग में भ्रष्टाचार की जांच कर कार्रवाई करने, उजियारपुर बीसीओ को बर्खास्त करने, जनवितरण प्रणाली के अधिक राशि लेने एवं कम अनाज देने, आवास योजना में धान्धली, मनरेगा में लूटपाट, हर घर नल का जल योजना में भारी अनियमितता, अतिवॄष्ट से किसानों के दलहन, मक्का, सब्जी एवं धान का विचरा का पूर्ण क्षतिपूर्ति करने।
केसीसी ऋण सहित स्वयं सहायता समूह के सभी ऋण को माफ करने, प्राथमिक उप स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर टीकाकरण करने की व्यवस्था करने, सभी प्रकार के पेन्सनो का भुगतान करने, भूमिहीनो को दस डीसमिल जमीन और वासगीत पर्चा देने, दाखिल खारिज करने के नाम पर घूसखोरी बन्द करने, सहित अन्य मांगों को लेकर 24 जुलाई 21 को उजियारपुर प्रखंड/अन्चल कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए जिला सचिव ने कहा कि मोदी और नीतीश कुमार की सरकार राज्य और देश की जनता की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में विफल हो गई है। रोजगार से स्वास्थ्य तक, महँगाइ से सुरक्षा तक, अपराध से लेकर कानून व्यवस्था तक हर मोर्चे पर फैल है नीतीश-मोदी सरकार। ऐसी स्थिति में आम जनता के सामने जनसन्घर्ष के आलावे दूसरा रास्ता नहीं है। बैठक में फूलेन्द्र प्रसाद सिंह, अमित कुमार राम, शन्कर प्रसाद यादव, चन्देश्वर प्रसाद सिंह, अर्जुन दास, राम भरोस राय, घूरण सहनी, मो अलाउद्दीन, सुदीन सिंह, नवीन प्रसाद सिंह सहित अन्य लोगों ने अपना विचार प्रकट किया।