उजियारपुर: प्रधानमंत्री आवास योजना में धांधली, 15 से 20 हजार दिजिए, घर हो तो भी पैसा मिलेगा
प्रधानमंत्री आवास योजना में धांधली: प्रधानमंत्री आवास योजना योजना को लेकर प्रखण्ड के लगभग प्रत्येक पंचायत में धांधली शुरू है लेकिन देखने वाला या पूछने वाला कोई नहीं है। खुलेआम आवास सहायक के द्वारा लोगों से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के लिए 15 से 20 हजार रुपया की मांग की जाती है। जो व्यक्ति नहीं रिश्वत देने के लिए इनकार करत है या फिर शिकायत करत है उसके घर को पेंडिंग में डाल दिया जाता है।
आज उजियारपुर प्रखण्ड के भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रखण्ड अध्यक्ष दिनेश चौधरी ने प्रधानमंत्री आवास योजना एवं लोहिया स्वच्छता अभियान का लाभ दिलाने को लेकर संबंधित कर्मियों एवं आवास सहायकों द्वारा की जा रही धांधली को लेकर उजियारपुर बीडीओ विजय कुमार ठाकुर एवं समस्तीपुर जिलाधिकारी शशांक शुभंकर को शिकायत पत्र लिखा है।
उन्होंने अपने शिकायत पत्र में बताया है की प्रधानमंत्री आवास योजना एवं लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत मिलने वाली लाभ को गरीबों को उपलब्ध करवाने के बदले में संबधित कर्मियों के द्वारा गरीबों से रिश्वत की मांग की जाती है। उन्होंने ये भी बताया है की ग्रामीण आवास सहायक के द्वारा एक आवास पर तीन तीन लोगों का जिओ टैग कर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लाभकर्मी को दे दिया जाता है।
इसके बदले ग्रामीण आवास सहायक, लाभार्थी से 15 से 20 हजार रुपये इस काम को करवाने के लिए लेता है। साथ ही व्यक्ति के पास शौचालय नहीं होने के बावजूद भी 2000 रुपये लेकर फर्जी तरीके से लाभार्थी के खाते में पैसा भेज दिया जाता है। इस तरह की तमाम हो रही धांधली को रोकने के लिए भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष ने प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं जिलाधिकारी को शिकायत पत्र लिखा है।
वर्तमान में आवास सहायक के द्वारा कई ऐसे व्यक्ति को घर दिया गया है जिसके पास पहले से पक्की मकान है। आवास सहायक के खिलाफ जो व्यक्ति आवाज उठता है उसको किसी भी प्रकार के सरकारी लाभ देने से वंचित करने की बात भी किया जाता है। देखना ये है की क्या वाकई में इस धांधली को लेकर अधिकारी लोग कोई एक्शन लेते है या फिर इन लोगों को ऐसे ही लूटने दिया जात है।